एक गाँव की कहानी

 एक गाँव की कहानी




एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में रामु नाम का एक किसान रहता था। रामु बहुत मेहनती और ईमानदार था। उसका एक छोटा सा खेत था जिसमें वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मेहनत करके फसल उगाता था।


एक दिन रामु के खेत में एक अनोखा बीज गिर गया। रामु ने उस बीज को ध्यान से देखा और सोचा कि यह किसी बड़े पेड़ का बीज होगा। उसने उस बीज को अपने खेत में बो दिया और उसकी देखभाल करने लगा।


कुछ ही महीनों में, उस बीज से एक बड़ा और घना वृक्ष उग आया। उस वृक्ष पर हर रोज़ रंग-बिरंगे फूल और मीठे फल लगते थे। धीरे-धीरे, उस वृक्ष की चर्चा पूरे गाँव में फैल गई। लोग दूर-दूर से उस वृक्ष को देखने और उसके फल चखने आने लगे।


रामु और उसका परिवार अब पहले से ज्यादा खुशहाल हो गए थे। उन्होंने उस वृक्ष के फलों को बाजार में बेचना शुरू किया, जिससे उनकी आमदनी बढ़ने लगी। गाँव के लोग भी रामु की मेहनत और उस वृक्ष के अनोखे फल की तारीफ करने लगे।


एक दिन गाँव के प्रधान ने रामु से पूछा, "रामु भाई, यह वृक्ष इतना खास कैसे हो गया?" रामु मुस्कुराते हुए बोला, "यह सब उस अनोखे बीज का कमाल है जो हमारे खेत में गिरा था। लेकिन असल बात यह है कि हमने उसे प्यार और मेहनत से पाला है।"


इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि मेहनत और लगन से कोई भी कार्य सफल हो सकता है। अगर हम अपने काम को पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ करें, तो सफलता निश्चित ही हमारे कदम चूमेगी।

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